Will Power Kaise Badhaye – इच्छा शक्ति को कैसे बढ़ाये ?

Will Power Kaise Badhaye – इच्छा शक्ति को कैसे बढ़ाये ?

Will Power Kaise Badhaye इच्छाशक्ति मन का वह संकल्पबल है , जो निर्धारित लक्ष्य को किसी भी कीमत पर सिद्ध करता है , उसे कल्पना लोक से उतारकर यथार्थ में मूर्तरूप प्रदान करता है ।

इच्छाशक्ति जितनी प्रचंड होती है , यह प्रक्रिया उतनी ही तीव्र गति से घटित होती है और समय के साथ संकल्प सृष्टि जैसे – शून्य से निकलकर पूर्ण रूप लेते हुए सामने प्रकट हो जाती है ।

इस तरह जीवन व इसका सृजन और कुछ नहीं , बल्कि संकल्पशक्ति के ही चमत्कार हैं । परम तत्त्व ब्रह्म का ” एकोऽहम् बहुस्याम् ‘ का संकल्प इस सृष्टि की रचना , विस्तार एवं गति का आधार बनता है । इसी तरह सृष्टि का हर घटक उसी ईश्वरीय संकल्प के अनुरूप गतिशील है ।

यह मनुष्य की ही विशेषता है कि वह सचेतन रूप में Will Power का प्रयोग करते हुए जीवन के बाह्य क्षेत्र में मनोवांछित उपलब्धियों को अर्जित कर सकता है तथा आंतरिक रूप में सद्गुणसंपन्न बन सकता है ।

जीवन में उत्कर्ष की इच्छाशक्ति के अभाव में व्यक्ति की संभावनाएँ अपनी संपूर्ण क्षमताओं के साथ प्रकट नहीं हो पातीं । दुर्बल इच्छाशक्ति के रहते जीवन एक अंतहीन संघर्ष बन जाता है , जिसका कोई सार्थक निष्कर्ष नहीं निकल पाता ।

दुर्बल इच्छाशक्ति के कारण जीवन पलायन का पर्याय बन जाता है , व्यक्ति राह की चुनौतियों का सामना भी नहीं कर पाता ।

आत्मविश्वास की कमी , भय , संशय , हीनता जैसे भावों से चित्त क्लांत रहता है तथा जीवन के प्रति एक नकारात्मक दृष्टिकोण हावी रहता है । इस स्थिति से उबरने के लिए इच्छाशक्ति को क्रमिक प्र रूप में विकसित किया जा सकता है तथा अवांछनीय स्थिति को बदला जा सकता है ।


Will Power Kaise Badhaye – अपनी इच्छा शक्ति को बढ़ाये


इच्छाशक्ति शरीर की मांसपेशियों है की तरह से होती है , जिसे उचित व्यायाम के साथ सशक्त बनाया जा सकता है । प्रस्तुत हैं कुछ उपाय , जिनके साथ इच्छाशक्ति को प्रबल बनाया जा सकता है


समयानुसार सोये और जागे


रात्रि को समय पर सोने एवं प्रातः समय पर जागने के साथ इच्छाशक्ति ( Will Power In Hindi ) का अभ्यास किया जा सकता है । यह प्रक्रिया बिगड़ी दिनचर्या में सुधार के संकल्प का हिस्सा हो सकती है ।

अलार्म लगाकर प्रात : निश्चित समय पर जागरण को सुनिश्चित किया जा सकता है । फिर समय पर उठना , सरदी में रजाई से समय पर बाहर निकलना व दिनचर्या के निर्धारित कार्यक्रमों में शामिल होना – ये प्रबल इच्छाशक्ति के विकास के साधन माने जा सकते हैं ।


सुबह उठने के बाद व्यायाम और स्नान करे।


उठने के बाद दैनिक दिनचर्या में प्रातः भ्रमण या । हलके व्यायाम , योगासन आदि को अपनाया जा सकता है । स्नान में बहुत ठंढ न हो तो शीतल जल की फुहारों के साथ । इच्छाशक्ति को बढ़ाने का प्रयोग किया जा सकता है , जिसे स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बहुत उपयोगी माना जाता है ।


खान – पान की बिगड़ी आदतों को सुधारे


 खान – पान की बिगड़ी आदतों का सुधार सशक्त इच्छाशक्ति की माँग करता है । मिठाई , फास्टफूड व हानिकारक स्वादिष्ट व्यंजनों के प्रलोभन के मध्य बरता गया संयम इच्छाशक्ति का विकास करता है । इसके साथ स्वास्थ्यवर्द्धक आहार को सचेतन रूप में दिनचर्या में शामिल करना इसके अंग माने जा सकते हैं ।


सकरात्मक विचार बनाये रखे


अपने विचारों को सकारात्मक बनाए रखना , इच्छाशक्ति के ही सूक्ष्म प्रयोग हैं । जीवनशैली में स्वाध्याय व सकारात्मक चिंतन का समावेश करते हुए , नकारात्मक विचारों को श्रेष्ठ विचारों से काटते हुए व्यक्ति आशावादी दृष्टिकोण का विकास करता है , जो सशक्त इच्छाशक्ति का आधार : बनते हैं ।


अपनी दुर्बलता को जीते


 अपनी किसी दुर्बलता को जीतने व इसे अपनी : शक्ति में बदलने का अभ्यास इच्छाशक्ति का बहुत उपयुक्त प्रयोग रहता है । व्यक्ति की आंतरिक दुर्बलताएँ ऐसे नासूर की तरह होती हैं , जो अंदर से पीड़ा के रूप में रिसती रहती हैं , व्यक्ति को आगे नहीं बढ़ने देतीं । इनके घटने के साथ । आत्मविश्वास बढ़ता है तथा इच्छाशक्ति सशक्त होती है ।


फिजूल खर्च से बचे


अर्थ का सही नियोजन इच्छाशक्ति की माँग , करता है । फजूलखर्ची व अनावश्यक विलासिता से बचने तथा अपनी सीमा में सादगी भरा जीवन जीना सूझ व साहस की माँग करते हैं । इसके साथ उचित बचत एवं दान का अभ्यास इच्छाशक्ति को सुदृढ़ करते हैं ।


अपने लक्ष्यों को समय पर पूरा करने का अभ्यास करे


 निर्धारित लक्ष्यों को समय सीमा के अंतर्गत पूरा करने का अभ्यास , मुस्तैदी एवं कठोर अनुशासन की माँग करता है , जिसके साथ इच्छाशक्ति का विकास होता है । इस रूप में कर्त्तव्यनिष्ठा इच्छाशक्ति को बढ़ाने की एक व्यावहारिक एवं उपयोगी विधि रहती है ।


अपनी समबुद्धि का अभ्यास करे


जीवन के द्वंद्वों के बीच समभाव बनाए रखना उच्चस्तरीय समझ एवं इच्छाशक्ति की माँग करता है । सुख दु : ख , मान – अपमान , हानि – लाभ , सफलता – असफलता के बीच समबुद्धि का अभ्यास जीवन को प्रकाशित करने वाला आध्यात्मिक प्रयोग रहता है , जिसको ध्यान के साथ संपन्न किया जा सकता है ।


प्रियवान वस्तुओ का संयमित और अनुशासित उपयोग करे


अभी के समय में संचार क्रांति के युग में जब पूरा विश्व एक स्मार्टफोन में सिमट गया हो और साथ ही जब यह व्यक्ति के लिए वरदान से अधिक अभिशाप बनता जा रहा हो , तो यह इच्छाशक्ति के अभ्यास का एक बहुत उपयुक्त उपकरण बन जाता है ।

मोबाइल के तमाम प्रलोभनों के बीच इसका संयमित एवं अनुशासित उपयोग इच्छाशक्ति को विकसित करने का माध्यम बन जाता है , जिससे जुड़ी श्रेष्ठ संभावनाएँ अंततः जीवन में साकार हो उठती हैं ।

इस तरह हम दैनिक जीवन में इच्छाशक्ति के छोटे छोटे अभ्यास करते हुए इसे शरीर की मांसपेशियों की भाँति ही सशक्त बना सकते हैं ।

हाँ ! यहाँ इसके अभ्यास में अति से बचने की आवश्यकता है । शारीरिक सौष्ठव में जैसे अत्यधिक भार का प्रयोग मांसपेशियों को क्षति पहुँचा सकता है , वैसे ही इच्छाशक्ति का विकास भी सम्यक अभ्यास की माँग करता है ।

इसके राजमार्ग पर चलते हुए , एक समय पर एक कदम बढ़ाते हुए हम सशक्त इच्छाशक्ति के स्वामी बन सकते हैं , जिसका उपयोग फिर जीवन को सचेतन रूप से मनोवांछित दिशा में विकसित करने में किया जा सकता है ।

आज आपने Will Power Kaise Badhaye – अपनी इच्छा शक्ति को बढ़ाये के बारे मे जाना है , उम्मीद करते है कि आज का पोस्ट आपको पसंद आये , और आप इसे शेयर जरुर करे . ताकि और लोगो को भी इन तरीको के बारे मे पता चल पाये कि आप कैसे अपनी इच्छा शक्ति बढ़ा सकते है

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Bhaskar Singh

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